" प्यारी माँ "
मशहूर सिनेमा कलाकार जैकी श्रॉफ ने अपने एक इंटरव्यू में एक बार कहा था कि "जब मैं छोटा था, हम केवल एक कमरे में एक साथ एक छोटे से घर में रहते थे। मेरे पिता, मेरी मां और मैं रात में इस कमरे में एक साथ सोते थे , अगर मुझे खांसी या दुःस्वप्न होता था तो मेरे माँ और पिता जल्दी उठ जाते और पूछते कि क्या हुआ था बेटा। वे मुझे दवाई देकर और थपकी देकर फिर से सुलांने की कोशिश करते थे!
फिर मैं ग्लैमर की दुनिया में आ गया। मैंने पैसा कमाया और एक बड़ा घर बनाया। मैंने अपने कमरे के साथ अपनी माँ के लिए एक बड़ा कमरा बनाया। माँ को एक बड़ा कमरा देकर मुझे बहुत खुशी हुई
एक रात मेरी माँ को दिल का दौरा पड़ा और चुपचाप वह दुनिया से चली गयी ! सुबह होने पर जब मैं अपनी माँ के कमरे में अपनी माँ को देखने गया (लंबी चुप्पी के बाद जैकी श्रॉफ ने एक आह के साथ दुखी होते हुए कहा था ) तब तक मेरी माँ मर चुकी थी...।
दीवार के उस पार मेरी माँ को बहुत खाँसी आई होगी, और शायद मुझे आवाज भी दी होगी लेकिन मेरे और मेरे माँ के बिच एक दिवार थी। मेरी सबसे बड़ी गलती यह थी कि मैंने अपनी माँ और अपने बीच एक दीवार बना ली।
मैंने पैसे कमाए लेकिन एक ही घर में एक अलग दीवार बनाकर मैंने अपना रिश्ता खो दिया और सबसे बढ़कर मैंने अपनी माँ का अस्तित्व ही खो दिया। मैं अब भी यही सोचता हूं कि अगर मेरी मां और मेरे कमरे के बीच दीवार न खड़ी की गई होती तो शायद मेरी मां आज मेरे साथ इस इंटरव्यू का हिस्सा होती !
समझने वालों के लिए एक साइलेंट मैसेज दिया है जैकी श्रॉफ ने !!
सार :-
जीने के लिए धन तो चाहिए परंतु बहुत अधिक धन आने के बाद अपनों के साथ रहने के लिए समय भी जरूर होना चाहिए।
" माँ अनमोल है "
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