प्रश्न -2
और अगर आप चाहते है कि हमें जीवन जीने की कला आ जाये तो नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर की जानकारी प्राप्त करनी होगी।
7 से 12 (6 प्रश्न)
7) कहते हैं "जैसा संग वैसा रंग"। क्या हम केवल सत्य के संग के साथ रहते हैं?
8) हम कभी किसी का बुरा नहीं चाहते और भगवान् को भी मानते हैं तो क्या हमारे जीवन में यह चार सुख हैं --- तन, मन,धन और सम्बन्ध का सुख?
9) किस आधार से एक बच्चा अमीर के घर, एक बच्चा गरीब के घर और एक बच्चा अपाहिज के घर जन्म लेता है जबकि तीनो बच्चे भगवान् के हैं ?
10) तीन प्रकार के कर्म होते है -- सुकर्म, विकर्म और अकर्म। तीनो में अंतर क्या है?
11) आज के बच्चे अपने माँ बाप को उतना सम्मान नहीं देते जितना हम अपने माँ बाप को दिया करते थे और हमारे माँ बाप अपने माँ बाप को हमसे अधिक सम्मान देते थे। तो क्या हर पीढ़ी नीचे गिरती जा रही है और क्यूँ ?
12) भगवान् हमारा भाग्य लिखते हैं या हम अपना भाग्य स्वयं लिखते हैं?
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