आज की भाग दौड़ भरी जिंदगी
अब तो यही मेरा जीवन रह गया
हर सपना वक्त के साथ बह गया
हर वक्त ठानता रहा कुछ करने की
पर मजबूरियों के चलते नाकामियाँ भी सह गया
हर सपना वक्त के साथ बह गया
हर वक्त ठानता रहा कुछ करने की
पर मजबूरियों के चलते नाकामियाँ भी सह गया
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