प्रश्न 3
अगर आप चाहते है कि हमें जीवन जीने की कला आ जाये तो नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर की जानकारी प्राप्त करनी होगी।
13 to 18(6 प्रश्न)
13) शरीर को कष्ट और पीड़ा देने से क्या भगवान् मिल सकते हैं?
14) कृष्ण जी की महिमा
" सर्व गुण संपन्न, 16 कला संपूर्ण, संपूर्ण निर्विकारी, संपूर्ण निरहंकारी, मर्यादा पुरुषोत्तम और अहिंसा परमोधर्म"
क्या हम ऐसा बन सकते हैं?
15) गुरु नानक जी ने कहा "एक ही ओंकार"
जीसस क्राइस्ट ने कहा "गॉड इस लाइट"
साईं बाबा ने कहा "सबका मालिक एक"
इन्होंने किस भगवान् की पूजा की और ये पूजने लायक कैसे बन गए?
16) तीन प्रकार के लोग होते हैं ---- योगी, भोगी और रोगी। क्या कोई रोगी से योगी बन सकता है?
17) प्रकर्ति पांच तत्वों से और शरीर भी पांच तत्वों से बना है तो क्या इन तत्वों के संतुलन बिगड़ने से शरीर रोगी होता है?
18) सात चक्र, अष्टांग योग और कुण्डलिनी जागरण की खोज ऋषि मुनियो ने क्यों की? क्या हम इसमें पास हैं?
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