वाशिंग मशीन नियामक
जैसे जैसे समय बदलता जा रहा है हम मशीनों पर निर्भर होते जा रहे हैं मशीन हमारे व्यवसायिक कार्यों का काम लांघकर अब हमारे घरेलू जीवन में ही प्रवेश कर चुकि हैं। अपने घरेलू जीवन में भी हम न जाने कितनी प्रकार की मशीनों का प्रयोग करते हैं, और उनमें से एक है कपड़े धोने की वाशिंग मशीन। जोकि बिल्कुल हमारी तरह ही कपड़े धोती है और हमें आराम भी देती है।
अमूमन तो इसमें कोई जल्दी खराब होने वाला पुर्जा होता नहीं। परंतु इसका नियामक, जो कि निर्धारित करता है कि मशीन कितने समय तक चलेगी वह ज्यादातर खराब हो जाता है। हो सकता है आप भी इसी प्रकार की समस्या का सामना कर रहे हो। आज का हमारा परिपथ किसी समस्या को सुलझाना की तरफ एक कदम है। जो नियामक गरारी के खराब हो जाने की वजह से सही प्रकार कार्य नहीं करता था वह अब पूर्णतया इलेक्ट्रॉनिक नियामक से बदला जाएगा. यह परिपथ उसी नियामक का है और हम इसके बारे में आगे विस्तारपूर्वक जानेंगे।
आंतरिक रचना
नीचे एक सामान्य 6 किलोग्राम की वाशिंग मशीन का आंतरिक चित्र बताया गया है। कपड़ों को घुमाने वाली और सफाई करने वाली जो मोटर होती है उसके तीन तार निकले हुए होते हैं। जो कि हम देख पा रहे हैं की लाल (RD), पीला (YL) तथा सफेद (WH) रंग के हैं। एक तार (WH) सीधे बिजली की एक तार से जुडा हुआ है और जो बचे हुए 2 तार हैं वो बारी बारी( एक बार लाल तो एक बार पीला) नियामक के द्वारा दूसरे बिजली के तार से जुड़ते हैं। |
एक तार के जोड़ने से मशीन घड़ी की दिशा में घूमती है, और दूसरे तार के जोड़ने से मशीन घड़ी की विपरीत दिशा में घूमती है। गरारी युक्त नियामक यही कार्य स्प्रिंग और गरारी की मदद से करता है जो बारी-बारी कर तार को एक दूसरे से जोड़ता है। और हम यहां यह कार्य अपने परिपथ द्वारा रिले से करवाते हैं। क्यों की इसमें कोई घूमने वाली और घिसने वाला पुर्जा नहीं है तो यह खराब भी जल्दी नहीं होती।
परिपथ
कार्यप्रणाली
ऊपर जो परिपथ दिखाया गया है वह एक सामान्य वर्गाकार तरंग उत्पन्न करने वाला नियामक है। हम इसमें प्रचलित नियामक नियंत्रक 555 का प्रयोग करेंगे। यह परिपथ नियमित वर्गाकार तरंग उत्पन्न करता है जिस का समय काल 5 सेकंड का होता है. अर्थात 5 सेकंड के लिए हमें पिन संख्या 3 पर उच्च विभव मिलेगा तथा अगले 5 सेकेंड के लिए हमें निम्न विभव मिलेगा। और जब यह नियामक उच्च विभव दे रहा होगा तब ट्रांजिस्टर चालू हो जाएगा और वह रिले को भी चालू कर देगा। इस प्रकार रिले 5 सेकंड एक बिंदु को छुएगी और अगले 5 सेकेंड दूसरे बिंदु को छुएगी. और अगर कहा जाए तो हमारी वाशिंग मशीन 5 सेकंड घड़ी की दिशा में घूमेगी और अगले 5 सेकंड घड़ी की विपरीत दिशा में घूमेगी।
इस परिपथ को शक्ति देने के लिए हमने रेखिक शक्ति स्रोत का प्रयोग किया है जो कि ट्रांसफार्मर तथा नियामक 7812 पर आधारित है. इससे परिपथ को नियमित रूप से 12 वोल्ट विभव मिलता रहेगा।
परिपथ को वाशिंग मशीन में जोड़ना
अब बारी आती हैं परिपथ को वाशिंग मशीन में जोड़ने की।
- पूरे परिपथ को पूर्ण रूप से परिक्षण कर के एक प्लास्टिक के डब्बे में बंद कर दें. ध्यान रहे की डब्बा पूरी तरह से बंद हो. पानी या धूल अंदर ना जाने पाए
- अब जैसे ही आप वर्तमान नियामक को हटायेंगे तो उसमे से कई रंग के तार आपको मिलेंगे
- उन सभी तारों को नियामक के पास से काट लीजिये
- और चित्र संख्या २ और चित्र संख्या ३ का मिलान करके BK,WH,YL और RD को एक साथ जोड़ दीजिये. यानि चित्र संख्या २ में जो BK तार है उसे चित्र संख्या ३ में BK बिंदु पर जोड़ दीजिये। और ऐसा ही बाकी सभी तारों के साथ कर दीजिये।
- सभी बिन्दुओ को जोड़ने के बाद अब वाशिंग मशीन को बंद कर दे और इसका परिक्षण करें।
यह नियामक वाशिंग मशीन को चालू करके घडी की दिशा में और विपरीत दिशा में घुमाता रहेगा। अभी इसमें समय निर्धारित करने का प्रावधान नहीं दिया है। इसमें समय निर्धारण देने का प्रावधान देने पर कार्य चल रहा हैं और जैसे ही यह पूरा हो जायेगा , हम उसे भी प्रकाशित कर देंगे
ध्यान देने योग्य बातें
- बिजली के तार लगा कर कभी भी वाशिंग मशीन को ना खोलें
- जब भी वाशिंग मशीन पीछे से खोलनी हो तो बिजली के तार हटा दें और किसी अनुभवी अभियंता के देखरेख में ही उपरोक्त तैयार परिपथ को वाशिंग मशीन के अंदर लगाएं
- वाशिंग मशीन में लगाने से पहले परिपथ को बाहर ही एक बार अवश्य परीक्षण कर ले
- प्रयोग की जाने वाली रिले की धारा वहन छमता कम से कम 15 एंपियर होनी चाहिए
- परिपथ लगाते समय सुरक्षा की पूर्ण जानकारी होनी आवश्यक है.
- परिपथ को एक ऐसे डब्बे में बंद कर के लगायें जिसमे पानी ना जा सके, पानी के अंदर जाने से बहुत समस्या पैदा हो सकती हैं.
लेखक :- अनिरुद्ध कुमार शर्मा
---अनि-प्रयोगशाला---
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