पुस्तक समीक्षा - आरोग्य आपका
मुझे सोभाग्य मिला , अभियंता से चिकित्सक,लेखक बने श्री चंचलमल चिरोडिया की पुस्तक ' आरोग्य आपका ' पढने का. यदि इसे भारतीय चिकित्सा की गीता कहा जाये तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी. स्वस्थ जीवन के नियम, स्वास्थ्य के प्रति सजगता और हमारी देनिक दिनचर्या को स्वास्थ्य के प्रति समर्पित करना जैसे कई पहलुओं पर विचार प्रस्तुत किया गया है इस पुस्तक में.
कैसे आप बिना दवाओ के सहारे रहे सिर्फ खान पान और योग से स्वस्थ रह सकते है ये इस पुस्तक में बताया गया हैं.
चुकी आज का आधुनिक मानव कृत्रिम उपकरणों पर ज्यादा निर्भर है तो इसलिए पुस्तक का पीडीऍफ़ रूप निम्न पते से डाउनलोड किया जा सकता हैं.
पुस्तक का पता -आरोग्य आपका
और यह पुस्तक आपको आपके नजदीकी पुस्तक भण्डार में भी मिल जाएगी.
आप भी पढ़े और अपने जीवन को बिना दवा के सहारे स्वस्थ बनाये.
कैसे आप बिना दवाओ के सहारे रहे सिर्फ खान पान और योग से स्वस्थ रह सकते है ये इस पुस्तक में बताया गया हैं.
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पुस्तक का पता -आरोग्य आपका
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आप भी पढ़े और अपने जीवन को बिना दवा के सहारे स्वस्थ बनाये.
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