बिना ट्रांसफार्मर का शक्ति श्रोत
कई बार ऐसा होता है कि हमारा परिपथ काफी छोटा होता है तो उसके लिए शक्ति स्रोत भी छोटे मान का चाहिए होता है।
और कई बार हमें अपने परिपथ को छोटे डिब्बे में ही बंद करना होता है।
इन परिस्थितियों में हम ना तो रेखिक शक्ति स्रोत का प्रयोग कर सकते हैं
और ना ही कुंजी प्रणाली शक्ति स्रोत का, क्योंकि यह दोनों ही बनावट में काफी बड़े होते है।
और कई बार हमें अपने परिपथ को छोटे डिब्बे में ही बंद करना होता है।
इन परिस्थितियों में हम ना तो रेखिक शक्ति स्रोत का प्रयोग कर सकते हैं
और ना ही कुंजी प्रणाली शक्ति स्रोत का, क्योंकि यह दोनों ही बनावट में काफी बड़े होते है।
आज का परिपथ एक ऐसा शक्ति स्रोत है जो उपरोक्त समस्या को सुलझाएगा,
और क्योंकि इसमें ट्रांसफार्मर नहीं होता इसलिए यह किसी भी छोटे आकार में समा सकता है।
और क्योंकि इसमें ट्रांसफार्मर नहीं होता इसलिए यह किसी भी छोटे आकार में समा सकता है।
जैसा कि आप देख रहे हैं यह एक बिना ट्रांसफार्मर का शक्ति स्रोत है ।
प्रत्यावर्ती धारा का मान कम करने का जो काम ट्रांसफार्मर करता है वह कार्य यहां पर एक संधारित्र द्वारा किया जाता है।
संधारित्र C6 प्रत्यावर्ती धारा के मान को कम करता है और आगे चारों डायोड हमें प्रत्यावर्ती धारा के ऋणात्मक मान को घनात्मक करते हैं।
फिर संधारित्र C1 एक छन्नी की तरह प्रयोग किया जाता है और वह हमें सीधी धारा देता है।
प्रत्यावर्ती धारा का मान कम करने का जो काम ट्रांसफार्मर करता है वह कार्य यहां पर एक संधारित्र द्वारा किया जाता है।
संधारित्र C6 प्रत्यावर्ती धारा के मान को कम करता है और आगे चारों डायोड हमें प्रत्यावर्ती धारा के ऋणात्मक मान को घनात्मक करते हैं।
फिर संधारित्र C1 एक छन्नी की तरह प्रयोग किया जाता है और वह हमें सीधी धारा देता है।
D6 एक जेनर डायोड है और यह विभव के मान को कम कर कर आगे नियामक को देता है
नियामक उसे 5 वोल्ट पर निर्धारित कर भार को दे देता है।
नियामक उसे 5 वोल्ट पर निर्धारित कर भार को दे देता है।
उपरोक्त परिपथ 80 मिली एंपियर की धारा देने के लिए सक्षम है।
और हाँ ध्यान रहे यह सीधे प्रत्यावर्ती धारा से जुड़ा हुआ है क्योंकि इसमें ट्रांसफार्मर नहीं है
तो इसको बनाते समय और लगाते समय पूरी सावधानी बरतें।
और हाँ ध्यान रहे यह सीधे प्रत्यावर्ती धारा से जुड़ा हुआ है क्योंकि इसमें ट्रांसफार्मर नहीं है
तो इसको बनाते समय और लगाते समय पूरी सावधानी बरतें।
लेखक ने उपरोक्त परिपथ को 5 वोल्ट और 80 मिली एंपियर के भार पर परीक्षण किया है और संतोषजनक उत्तर पाए हैं।
बाहरी विभव का मान आप नियामक को बदल कर प्राप्त कर सकते हैं।
लेखक
अनिरुद्ध शर्मा
अनि-प्रयोगशाला
कोई टिप्पणी नहीं