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संचायिका स्तर संकेतक




यहां हम एक परिपथ पेश करते हैं जो आपको चमकते हुए एलईडी की संख्या से एक संचायक के स्तर को बताता हैं। यह पूरा स्तर दिखने के लिए दस एलईडी का उपयोग करता है। तो अगर तीन एलईडी चमक रही हैं तो इसका मतलब हैं की संचायक की क्षमता 30 प्रतिशत हैं।
यहां हम जो परिपथ बना रहे है वह एक तुलनित्र आईसी (एलएम3914) पर आधारित है।
एलएम3914 दस तुलनित्रों का उपयोग करता है, जो विभव-विभाजन नियम के आधार पर आंतरिक विभव को दस भागों में विभाजित करता है।
यह परिपथ अपने कार्य हेतु उर्जा संचायक से ही लेता है। अलग-अलग रंगीन एलईडी के इस्तेमाल से संचायक का स्तर पता लगाना और भी आसान हो जाता है। जैसे लाल एलईडी बताती है की संचायक का स्तर 40 प्रतिशत से कम है। और नारंगी एलईडी बताती है की मान 40 और 70 के बीच में है। और अंत में हरी एलईडी  बताती है की मान 70 से ऊपर है।
एलईडी की चमक को पिन 6 और 7 के बीच लगे प्रतिरोधक का मान बदल कर घटाया या बढाया जा सकता है।
डायोड डी 1 का कार्य परिपथ को किसी भी उल्टे जोड़ से बचाना है।
दसवीं एलईडी तब चमकती है जब संचायिका की क्षमता पूरी होती है, यानी संचायिका पूरी तरह आवेशित हो चुकि है। जब संचायिका पूरी तरह से आवेशित हो जाती है,  तब ट्रांजिस्टर द्वारा रिले चालू हो जाती है और आगे बिजली जाने से रोक देती है।
अंशांकन के लिए, 15 वोल्ट के विभव को परिपथ में संचायिका के स्थान पर जोड़ें. ध्यान रहे यह विभव एक परिवर्तनीय शक्ति श्रोत से आना चाहिए। ताकि हम इसे घटा और बढ़ा सकें।

 शुरू में 3 वोल्ट  देकर VR1 को इतना घुमाएँ की पहली एलईडी जल उठे। अब  1.2 वोल्ट के चरण में विभव को बढ़ाएं और दसवी एलईडी को जलने दें।
अब परिपथ अधिकतम विभव के संबंध में किसी भी विभव का मान को दिखाने के लिए तैयार है। अब परिपथ पर कोई भी विभव दे कर एलईडी गिन लीजिये की कितनी जल रही है। मान लीजिए पांच एलईडी चमक रही हैं इस स्थिति में, संचायिका की क्षमता अधिकतम का 50 से 59 प्रतिशत है.

लेखक :- अनिरुद्ध कुमार शर्मा

---अनि-प्रयोगशाला---

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