नवीनतम

अपने जूनून को पकडे रहना

आपने भी कभी किसी सफल व्यक्ति का साक्षात्कार देखा होगा और उनसे उनपर बीते किस्से भी सुने होंगे. जैसे उदाहरण के तोर पर रफ़ी साहब या किशोर दा या कोई भी सफल संगीतकार के किस्से जिसमे वे कहते हैं की किशोर जी मेरे पास रात के एक बजे आये और उन्होंने मुझे ये धुन सुनाई और फिर हमने इसपर काम किया.
ये वह्कई बहुत प्रेरणादायक होता हैं, इससे पता चलता है कि हमें अपने लक्ष्य के प्रति किस प्रकार पागल रहना चाहिए. और हमें कितना पागल होना चाहिए अपने लक्ष्य को पाने के लिए.हर समय अपने लक्ष्य का ही ख्याल होना चाहिए.
तब सफलता अवश्य मिलेगी.

कोई टिप्पणी नहीं