दिये की दीवाली अनिरुद्ध शर्माअक्तूबर 30, 2015 इसी आस में माटी का टुकड़ा कुम्हार ने ढाला है दिये-उजाले का त्योहार हमारा आने वाला है जब त्योहार हमारा हे तो खुशियाँ बाहर क्यों भेजें खुद ...Read More
बेटी वाला धनवान अनिरुद्ध शर्माअक्तूबर 28, 2015 धनवान हे वो जिसे बेटी मिली है उपर वाले ने भी ये गणना खूब की है शोहरत वालों को तो बेटा दिया और दिल के धनी को बेटी दी है क्यों कि शोहरत ल...Read More
पुनः महाविद्यालय दर्शन अनिरुद्ध शर्माअक्तूबर 27, 2015 पिछले सप्ताह अपने महाविद्यालय जाना और विद्यार्थियों को प्रेरक व्याख्यान देना अमूल्य था। Read More
हम सब भारतीय है अनिरुद्ध शर्माअक्तूबर 25, 2015 इस जातिवाद से तो अपनी काया कोसों दूर थी हमें ईद पसंद थी उन्हें दिवाली मंजूर थी --------- अब तो ना ईद खुशी से मनती हे ना दिवाली उमंग से ...Read More
भारत माँ के सपूत अनिरुद्ध शर्माअक्तूबर 22, 2015 एक ही बात मेरी पहचान बताती है सुन के उसे दुश्मन की रूह काँप जाती है कोई पूछे जो मेरी माँ का नाम तो आवाज भारत माँ की आती है -अनिरूद्ध शर...Read More
आज का अनुभव अनिरुद्ध शर्माअक्तूबर 19, 2015 कई दिनों से मैं एक परिपथ पर रुका हुआ था उस परिपथ पर बनाये गये शुरुआती नमूने ठीक थे पर बाद में बनाये गये नमूने ठीक नही चले। बहुत देखा पर जवा...Read More
ये केंसी कमाई अनिरुद्ध शर्माअक्तूबर 18, 2015 वो कमाई भी हे क्या कमाई जब साथ ना हो तुम्हारी आई इसी बात की खुशी मैं मनाता हूँ शाम ढलते ही माँ के पास आ जाता हूँ माँ के आँचल की बराबरी ...Read More
बच्चे बन जाओ अनिरुद्ध शर्माअक्तूबर 16, 2015 हमारे मन में जो ये बड़े होने की अकड है हमारी हर समस्या की यही जड है अकड छोड़ फिर से बच्चे बन जाओ जीवन जीने में आनंद पाओ कोई शर्म नही को...Read More
नारी सुंदरता अनिरुद्ध शर्माअक्तूबर 13, 2015 सुंदरता तो आज भी साड़ी और सूट मे खिलती हे नंगे बदन तो जानवर घूमा करते हैं -अनिरूद्ध शर्मा Read More
असली दौलत अनिरुद्ध शर्माअक्तूबर 12, 2015 दूसरों के दिल मे जो अच्छाई हे यही मेरे जीवन की कमाई हे क्यों भागू मैं पैसे के पीछे इससे कहाँ कब खुशी आई हे -अनिरुद्ध शर्मा Read More
मेरी व्यथा अनिरुद्ध शर्माअक्तूबर 09, 2015 मेरे पास इसीलिए नही होते पैसे कि जब होते हैं तो खरचता हूँ ऐसे मानो आज ही हे जिंदगी जी ले इसे पूरे तरीके से -अनिरुद्ध शर्मा Read More